CTET KI TAIYARI KAISE KAREN

Bk Sir 

CTET (Central Teacher Eligibility Test) की तैयारी के लिए आपको एक ठोस रणनीति और सही मार्गदर्शन की ज़रूरत होगी। यहाँ हिंदी में विस्तृत जानकारी दी गई है:

1. CTET परीक्षा को समझें (Understand the CTET Exam)

सबसे पहले, CTET परीक्षा के पैटर्न और सिलेबस को अच्छी तरह से समझना बहुत ज़रूरी है। CTET में दो पेपर होते हैं:

 * पेपर 1 (Paper 1): कक्षा 1 से 5 तक के शिक्षकों के लिए।

 * पेपर 2 (Paper 2): कक्षा 6 से 8 तक के शिक्षकों के लिए।

दोनों पेपर्स में 150-150 प्रश्न होते हैं और प्रत्येक प्रश्न 1 अंक का होता है। इसमें कोई नेगेटिव मार्किंग नहीं होती है। Bk Sir 

मुख्य विषय:

 * बाल विकास और शिक्षाशास्त्र (Child Development and Pedagogy - CDP): यह दोनों पेपर्स में एक अनिवार्य और महत्वपूर्ण खंड है। इसमें बाल विकास के सिद्धांत, सीखने के तरीके, और शिक्षाशास्त्र से संबंधित प्रश्न पूछे जाते हैं।

 * भाषा I (Language I): आप अपनी पसंद की कोई भी भाषा चुन सकते हैं (जैसे हिंदी, अंग्रेजी)। इसमें समझ (comprehension) और भाषा विकास के शिक्षाशास्त्र से संबंधित प्रश्न होते हैं।

 * भाषा II (Language II): यह भी आपकी पसंद की दूसरी भाषा होती है। इसमें भी समझ और भाषा विकास के शिक्षाशास्त्र से संबंधित प्रश्न होते हैं।

 * गणित (Mathematics): पेपर 1 और पेपर 2 (यदि आप गणित और विज्ञान के शिक्षक बनना चाहते हैं) दोनों में होता है।

 * पर्यावरण अध्ययन (Environmental Studies - EVS): केवल पेपर 1 में होता है।

 * सामाजिक अध्ययन/सामाजिक विज्ञान (Social Studies/Social Science) या विज्ञान (Science): पेपर 2 में होता है। आपको अपनी विशेषज्ञता के आधार पर इनमें से एक चुनना होता है।

2. एक अध्ययन योजना बनाएं (Create a Study Plan)

एक अच्छी तरह से बनाई गई अध्ययन योजना आपको समय का सही उपयोग करने में मदद करेगी:

 * समय सारिणी: हर विषय के लिए पर्याप्त समय दें। अपने कमजोर विषयों पर ज्यादा ध्यान दें।

 * नियमितता: रोज़ पढ़ाई करें। छुट्टी न लें।

 * छोटे लक्ष्य: छोटे-छोटे लक्ष्य निर्धारित करें और उन्हें पूरा करने का प्रयास करें।

3. महत्वपूर्ण विषयों पर ध्यान दें (Focus on Important Topics)

हर विषय में कुछ ऐसे टॉपिक्स होते हैं जिनसे ज़्यादा प्रश्न पूछे जाते हैं। उन पर विशेष ध्यान दें:

 * CDP (बाल विकास और शिक्षाशास्त्र): पियागेट, कोहलबर्ग, वायगोत्स्की के सिद्धांत, बाल-केंद्रित शिक्षा, प्रगतिशील शिक्षा, सीखने की अक्षमताएं, समावेशी शिक्षा, आकलन और मूल्यांकन।

 * भाषा (हिंदी/अंग्रेजी): व्याकरण के नियम, पठन बोध (reading comprehension), कविता/गद्यांश पर आधारित प्रश्न, भाषा शिक्षण के सिद्धांत और विधियाँ।

 * गणित (Mathematics): संख्या प्रणाली, ज्यामिति, मापन, पैटर्न, डेटा हैंडलिंग, और गणित शिक्षण के तरीके।

 * पर्यावरण अध्ययन (EVS): परिवार और मित्र, भोजन, आश्रय, पानी, यात्रा, चीजें जो हम बनाते और करते हैं। EVS में भी शिक्षणशास्त्र से जुड़े प्रश्न होते हैं।

 * सामाजिक अध्ययन/विज्ञान: इतिहास, भूगोल, नागरिक शास्त्र के बुनियादी अवधारणाएं और उनके शिक्षण के तरीके।

4. सही अध्ययन सामग्री चुनें (Choose the Right Study Material) Bk Sir 

सही किताबें और सामग्री चुनना बहुत महत्वपूर्ण है:

 * NCERT किताबें: कक्षा 1 से 8 तक की NCERT की किताबें CTET के लिए सबसे महत्वपूर्ण मानी जाती हैं। इनसे आपके बुनियादी कॉन्सेप्ट्स क्लियर होंगे।

 * मानक प्रकाशनों की किताबें: अरिहंत, दिशा, वाइली, पियर्सन जैसे प्रकाशनों की CTET के लिए विशेष रूप से डिज़ाइन की गई किताबें भी सहायक हो सकती हैं। ये किताबें आपको परीक्षा पैटर्न और महत्वपूर्ण विषयों को समझने में मदद करेंगी।

   * कुछ सुझावित पुस्तकें (उदाहरण के लिए):

     * बाल विकास और शिक्षाशास्त्र: अरिहंत प्रकाशन की "Child Development and Pedagogy for CTET & TETs"

     * हिंदी भाषा और शिक्षाशास्त्र: अरिहंत प्रकाशन की "CTET & TETs Bhasha Hindi Paper I & II"

     * गणित: "Mathematics Exam Goalpost for CTET & TETs" (Wiley Publication)

     * पर्यावरण अध्ययन: "Environmental Studies (EVS) Exam Goalpost for CTET & TETs" (Wiley Publication)

 * पिछले वर्ष के प्रश्न पत्र (Previous Year Question Papers): ये आपकी तैयारी का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा हैं।

5. पिछले वर्ष के प्रश्न पत्रों का अभ्यास करें (Practice Previous Year Question Papers)

पिछले वर्ष के प्रश्न पत्रों को हल करना आपकी तैयारी के लिए बहुत ज़रूरी है।

 * परीक्षा पैटर्न समझें: इससे आपको प्रश्नों के प्रकार और परीक्षा पैटर्न को समझने में मदद मिलेगी।

 * समय प्रबंधन: प्रश्नों को तय समय सीमा में हल करने का अभ्यास करें।

 * कमजोरियों की पहचान: अपनी कमजोरियों और उन विषयों की पहचान करें जिन पर आपको ज़्यादा काम करने की ज़रूरत है।

 * प्रश्नों की पुनरावृत्ति: CTET में कुछ प्रश्न दोहराए जाते हैं या उन्हीं पैटर्न पर आधारित होते हैं, इसलिए इनका अभ्यास बहुत महत्वपूर्ण है।

6. नोट्स बनाएं और रिवीजन करें (Make Notes and Revise)

 * शॉर्ट नोट्स: पढ़ते समय महत्वपूर्ण बिंदुओं के शॉर्ट नोट्स बनाएं। ये आपको बाद में रिवीजन करने में बहुत मदद करेंगे।

 * नियमित रिवीजन: जो कुछ भी आपने पढ़ा है, उसे नियमित रूप से दोहराते रहें। रिवीजन के लिए समय निर्धारित करें।

7. मॉक टेस्ट दें (Take Mock Tests)

 * मॉक टेस्ट देकर आप अपनी तैयारी का मूल्यांकन कर सकते हैं।

 * ये आपको वास्तविक परीक्षा का अनुभव देते हैं और परीक्षा के दबाव को संभालने में मदद करते हैं।

 * मॉक टेस्ट के बाद अपनी गलतियों का विश्लेषण करें और उन्हें सुधारने पर काम करें।Bk Sir 

8. सकारात्मक रहें और स्वस्थ रहें (Stay Positive and Healthy)

 * आत्मविश्वास: अपनी क्षमताओं पर विश्वास रखें और सकारात्मक सोचें।

 * पर्याप्त नींद: परीक्षा से पहले पर्याप्त नींद लें।

 * संतुलित आहार: स्वस्थ और संतुलित भोजन करें।

 * तनाव प्रबंधन: तनाव को कम करने के लिए व्यायाम या ध्यान करें।

CTET परीक्षा में सफलता पाने के लिए निरंतर प्रयास, सही रणनीति और आत्मविश्वास की ज़रूरत होती है। शुभकामनाएँ!

क्या आप किसी विशेष विषय पर और जानकारी चाहते हैं या कोई और प्रश्न पूछना चाहते हैं?


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