B.Ed second year guidance and counselling important questions
BK sir
बी.एड. (B.Ed.) के "निर्देशन एवं परामर्श" (Guidance and Counselling) विषय में महत्वपूर्ण प्रश्नों की सूची नीचे दी गई है, जो अक्सर परीक्षाओं में पूछे जाते हैं। इन प्रश्नों को तैयार करके आप इस विषय में अच्छी पकड़ बना सकते हैं:
महत्वपूर्ण दीर्घ उत्तरीय प्रश्न (Long Answer Type Questions):
* निर्देशन (Guidance):
* निर्देशन से आप क्या समझते हैं? इसकी अवधारणा, अर्थ, प्रकृति, आवश्यकता और सिद्धांतों का विस्तार से वर्णन करें।
* शैक्षिक निर्देशन, व्यावसायिक निर्देशन और व्यक्तिगत निर्देशन में अंतर स्पष्ट करें। शिक्षा के विभिन्न स्तरों पर इनकी आवश्यकता क्यों है?
* विद्यालय में निर्देशन सेवाओं के संगठन और प्रशासन की व्याख्या करें। एक प्रभावी निर्देशन कार्यक्रम को कैसे लागू किया जा सकता है?
* परामर्श (Counselling):
* परामर्श क्या है? इसके अर्थ, परिभाषा, प्रकृति, आवश्यकता और सिद्धांतों का विस्तृत वर्णन करें।
* परामर्श के विभिन्न प्रकारों (जैसे निर्देशात्मक, गैर-निर्देशात्मक, समन्वयात्मक) की सविस्तार व्याख्या करें और उनके गुण-दोषों की चर्चा करें।
* एक अच्छे परामर्शदाता के गुण, भूमिकाएँ और व्यावसायिक नैतिकता का विस्तार से वर्णन करें।
* निर्देशन और परामर्श में अंतर:
* निर्देशन और परामर्श में क्या अंतर है? दोनों एक-दूसरे से किस प्रकार संबंधित हैं? शिक्षा के क्षेत्र में इनकी प्रासंगिकता पर प्रकाश डालें।
* परामर्श की प्रक्रिया और तकनीकें:
* परामर्श प्रक्रिया के विभिन्न चरणों का वर्णन करें। प्रभावी परामर्श के लिए कौन-कौन सी तकनीकों का उपयोग किया जाता है?
* विशिष्ट क्षेत्रों में निर्देशन और परामर्श:
* विशेष आवश्यकता वाले बच्चों (दिव्यांग बच्चों) के लिए निर्देशन और परामर्श की क्या आवश्यकता है और उन्हें कैसे प्रदान किया जाना चाहिए?
* किशोरों की समस्याओं (जैसे भावनात्मक, सामाजिक, शैक्षिक, व्यावसायिक) के समाधान में निर्देशन और परामर्श की भूमिका का वर्णन करें।
* वर्तमान संदर्भ में छात्रों के समक्ष आने वाली चुनौतियों (जैसे तनाव, चिंता, करियर संबंधी दुविधाएँ, ऑनलाइन शिक्षा के प्रभाव) में निर्देशन और परामर्श की भूमिका पर चर्चा करें।
महत्वपूर्ण लघु उत्तरीय प्रश्न (Short Answer Type Questions):
* निर्देशन का महत्व।
* परामर्श की आवश्यकता।
* शैक्षिक निर्देशन के उद्देश्य।
* व्यावसायिक निर्देशन की उपयोगिता।
* व्यक्तिगत निर्देशन के क्षेत्र।
* परामर्श के सिद्धांत।
* परामर्शदाता के नैतिक कोड।
* केस स्टडी (Case Study) का महत्व।
* मनोवैज्ञानिक परीक्षणों का निर्देशन में उपयोग।
* विद्यालयी परामर्शदाता के कार्य और कर्तव्य।
* गैर-परीक्षण तकनीकें (Non-testing techniques)।
* निर्देशन सेवाओं का मूल्यांकन।
अतिरिक्त सुझाव:
* पिछले वर्षों के प्रश्न पत्र: अपनी यूनिवर्सिटी के पिछले वर्षों के प्रश्न पत्रों का अध्ययन करें। इससे आपको प्रश्नों के पैटर्न और महत्वपूर्ण विषयों का अंदाजा हो जाएगा।
* अवधारणा स्पष्टता: हर अवधारणा को अच्छी तरह से समझें ताकि आप अपने शब्दों में उत्तर लिख सकें।
* उदाहरण: अपने उत्तरों को ठोस बनाने के लिए वास्तविक जीवन के उदाहरणों या शैक्षिक परिदृश्यों का उपयोग करें।
* संरचना: उत्तरों को व्यवस्थित और बिंदुवार लिखें। परिचय, मुख्य भाग और निष्कर्ष के साथ उत्तरों को संरचना दें।
यह सूची आपको "निर्देशन एवं परामर्श" विषय की तैयारी में निश्चित रूप से मदद करेगी।
God bless you!
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