B Ed Adhigam ke liye aakalan prashn period Hindi mein
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Dr b k sir
Sure, here is an important question and answer about "Assessment for Learning" (Adhigam ke liye Aakalan) for B.Ed students in Hindi:
B.Ed: अधिगम के लिए आकलन (Assessment for Learning)
महत्वपूर्ण प्रश्न और उत्तर
प्रश्न: 'अधिगम के लिए आकलन' से आप क्या समझते हैं? इसकी विशेषताओं और उद्देश्यों का विस्तार से वर्णन कीजिए।
उत्तर:
अधिगम के लिए आकलन (Assessment for Learning):
अधिगम के लिए आकलन एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें शिक्षण-अधिगम प्रक्रिया के दौरान छात्रों की सीखने की प्रगति का लगातार मूल्यांकन किया जाता है ताकि उनके अधिगम को और बेहतर बनाया जा सके। इसका मुख्य उद्देश्य छात्रों की कमजोरियों और शक्तियों को पहचानना और उन्हें सीखने में मदद करने के लिए तत्काल प्रतिपुष्टि (feedback) प्रदान करना है। यह आकलन सीखने की प्रक्रिया का एक अभिन्न अंग है, न कि केवल सीखने के अंत में किया जाने वाला मूल्यांकन।
यह केवल नंबर देने या पास/फेल करने के लिए नहीं होता, बल्कि छात्रों को यह समझने में मदद करता है कि वे कहां हैं, उन्हें कहां जाना है और वहां कैसे पहुंचना है।
अधिगम के लिए आकलन की विशेषताएँ:
* सतत एवं व्यापक: यह आकलन सीखने की प्रक्रिया के दौरान लगातार चलता रहता है। यह केवल एक विशिष्ट समय पर नहीं होता, बल्कि शिक्षण के साथ-साथ चलता है।
* प्रतिपुष्टि पर केंद्रित: इसमें छात्रों को उनकी प्रगति के बारे में तत्काल और रचनात्मक प्रतिपुष्टि दी जाती है, जिससे वे अपनी गलतियों को सुधार सकें और आगे बढ़ सकें।
* शिक्षक और छात्र दोनों के लिए: यह न केवल छात्रों को उनके सीखने में मदद करता है, बल्कि शिक्षकों को भी अपनी शिक्षण विधियों को समायोजित करने और बेहतर बनाने में सहायता करता है।
* औपचारिक और अनौपचारिक दोनों: इसमें औपचारिक (जैसे लघु परीक्षाएँ, असाइनमेंट) और अनौपचारिक (जैसे कक्षा में अवलोकन, प्रश्न पूछना) दोनों प्रकार के तरीके शामिल होते हैं।
* उपचारात्मक शिक्षण का आधार: यह उन क्षेत्रों की पहचान करने में मदद करता है जहाँ छात्रों को कठिनाई हो रही है, जिससे उपचारात्मक शिक्षण (remedial teaching) की व्यवस्था की जा सके।
* सीखने की प्रक्रिया का भाग: यह सीखने की प्रक्रिया से अलग नहीं है, बल्कि उसी का एक आंतरिक हिस्सा है जो सीखने को सुगम बनाता है।
* छात्र-केंद्रित: यह छात्रों की व्यक्तिगत सीखने की जरूरतों और शैलियों पर ध्यान केंद्रित करता है।
* प्रेरणादायक: प्रभावी प्रतिपुष्टि छात्रों को प्रेरित करती है और उनमें सीखने के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण विकसित करती है।
अधिगम के लिए आकलन के उद्देश्य:
* छात्रों की प्रगति की निगरानी: छात्रों की सीखने की प्रगति और विकास की नियमित रूप से निगरानी करना ताकि यह पता चल सके कि वे क्या सीख रहे हैं और उन्हें कहाँ कठिनाई आ रही है।
* तत्काल प्रतिपुष्टि प्रदान करना: छात्रों को उनकी सीखने की प्रक्रिया के दौरान ही तत्काल और रचनात्मक प्रतिपुष्टि देना ताकि वे अपनी त्रुटियों को समझ सकें और सुधार कर सकें।
* सीखने की रणनीतियों को समायोजित करना: शिक्षकों को अपनी शिक्षण रणनीतियों और विधियों को छात्रों की आवश्यकताओं के अनुसार समायोजित करने में मदद करना।
* छात्रों को आत्म-नियमन (self-regulation) में सहायता: छात्रों को अपनी सीखने की प्रक्रिया की जिम्मेदारी लेने, अपने लक्ष्यों को निर्धारित करने और अपनी प्रगति का स्वयं आकलन करने के लिए प्रोत्साहित करना।
* सीखने की कठिनाइयों का निदान: उन विशिष्ट क्षेत्रों की पहचान करना जहाँ छात्रों को सीखने में कठिनाई हो रही है ताकि समय रहते हस्तक्षेप किया जा सके।
* प्रेरणा और आत्मविश्वास बढ़ाना: छात्रों में सीखने के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण विकसित करना, उन्हें प्रेरित करना और उनमें आत्मविश्वास बढ़ाना।
* पाठ्यक्रम और शिक्षण की प्रभावशीलता का मूल्यांकन: यह समझना कि पाठ्यक्रम और शिक्षण विधियाँ कितनी प्रभावी हैं और उनमें सुधार के लिए क्या आवश्यक है।
* उपचारात्मक शिक्षण की योजना: छात्रों की कमजोरियों के आधार पर उपचारात्मक शिक्षण और सहायता की योजना बनाना और उसे लागू करना।
संक्षेप में, अधिगम के लिए आकलन का उद्देश्य केवल यह मापना नहीं है कि छात्र ने क्या सीखा है, बल्कि यह सुनिश्चित करना है कि छात्र सीखे कैसे और उनकी सीखने की यात्रा को निरंतर कैसे बेहतर बनाया जाए।
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